बारिश में सफर रूमानी भी होता है तो रोमांचक भी, लेकिन कई बार यह कहर भी बन जाता है हाल की एक घटना में मुम्बई की मशहूर बाइकर (biker) जागृति होगले बारिश में अपने सफर में एक गांव के पास की सड़क पर एक ट्रक को ओवरटेक करते समय एक गड्ढे के कारण असन्तुलित होकर गिरी और ट्रक उसे रौंदता हुआ निकल गया। सड़क पर पानी भरा होने से गड्ढा दिख नहीं पाया और एक हंसती-खेलती ज़िन्दगानी गुमनाम अंधेरों में खो गई। ऐसी ही बानगी आप-हम अपने शहर की व हाइवे की सड़कों पर तथा क्षत-विक्षत पुलियाओं पर अक्सर देखते हैं और कभी प्रशासनिक खामियों को कोसते हुए तो कभी अपने भाग्य को ज़िम्मेदार ठहराते हुए मन मसोस कर रह जाते हैं, क्योंकि अपनी ही चुनी हुई अपंग सरकार और उसके अकर्मण्य और दूषित मानसिकता के नुमाइन्दों की धृतराष्ट्री आँखों को यह सब दिखाई नहीं देता। हर वर्ष सड़कों का या तो सुधारीकरण किया जाता है या पुनर्निर्माण। सड़कें कभी ठीक से बनाई ही नहीं जाती क्योंकि यदि सड़कें गुणवत्तापूर्ण बना दी जाएँ तो सम्बन्धित ठेकेदारों और इंजीनियरों/नेताओं की अनवरत उदरपूर्ति कैसे हो सकेगी ? एक मामूली सी वर्षा होते ही सड़कें ऐसे टूट-फूट ज