चुनाव से पहले एक बार फिर सावधान करता हूँ दोस्तों! दस आगे, दस पीछे लेकर, वह तुम्हें रिझाने आयेंगे। चिकनी-चुपड़ी बातें कह कर, कुछ सब्ज बाग़ दिखलायेंगे। कौन सही है, कौन छली है, सोच-समझ कर निर्णय करना, भस्मासुर पैदा मत करना, अब हरि न बचाने आयेंगे।।