राजनैतिक परिवर्तन के साथ ही प्रशासन चुस्त हुआ। नितिन गडकरी के द्वारा दायर मानहानि के मामले में अरविन्द केजरीवाल को आज हिरासत में लिया गया और जमानत नहीं दी जाने के कारण दो दिन के लिए जेल भेजा गया। कार्य-निष्पादन में वाकई में तेजी आ गई है। इस तत्परता के लिए बधाई !
गडकरी सही हैं या गलत- यह तय होगा न्यायिक प्रक्रिया से, लेकिन केजरीवाल तो दोषी हैं ही। क्यों वह भ्रष्टाचार के विरुद्ध इतना मुखर हो रहे हैं, जब कि भ्रष्टाचार तो इस देश की हवा में भी रच-बस गया है। यहाँ की जनता भी भ्रष्टाचार के साथ जीना सीख गई है, जीना ही नहीं सीख गई अपितु इस माहौल का आनंद उठा रही है। इसीलिए तो उसने AAP को मात्र चार सांसदों तक सीमित रखा है।
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