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कुछ लोग वाकई अच्छे होते हैं...

      कुछ लोग वाकई अच्छे होते हैं। ... मेरी नज़रों में वह लोग अच्छे होते हैं जो सड़क पर टू व्हीलर या फोर व्हीलर चलाने के दौरान सौजन्यता दिखाते हुए किसी क्रॉस पर आपको पहले निकल जाने देने के लिए अपनी गाड़ी रोक लेते हैं, किसी कार्यालय के अधिकारी या कर्मचारी जो आपका कोई काम पड़ने पर आपका मुस्करा कर स्वागत करते हैं और यथासम्भव तत्परता के साथ निस्वार्थ भाव से आपका काम कर देते हैं या करने की पूरी कोशिश करते हैं, अपरिचित होते हुए भी कहीं दिख जाने पर या संपर्क में आने पर जो अपने चेहरे पर सहज भाव से हल्की-सी स्मित ले आते हैं ...और अन्य लोग जो ऐसी ही छोटी-छोटी बातों में अपनी सदाशयता प्रदर्शित करते हैं।
     नववर्ष के शुभारम्भ में मैं ऐसे समस्त लोगों के सुस्वास्थ्य एवं खुशहाली के लिए जगन्नियता परमेश्वर से कामना करता हूँ और... और उन सभी लोगों के लिए भी जो मेरे उपरोक्त मूल्यांकन में 'अच्छे' की परिभाषा में नहीं आते,  प्रार्थना करता हूँ कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे, अच्छा इंसान बनाये एवं उन्हें भी खुशहाल रखे। आमीन!

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बेटी (कहानी)

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तन्हाई (ग़ज़ल)

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