क्या लेकर आया था, क्या लेकर जायेगा ? जो आज तेरा है वह कल किसी और का होगा।
इसलिए हे प्राणी! तू कल की चिंता छोड़ दे! बैंक में तेरे पास कितना रुपया है यह भूल जा और जितना आज मिल रहा है (या नहीं मिल रहा है), उसी को अपना भाग्य समझ!
भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था कि कलियुग में वह 'कल्कि' अवतार लेंगे।
तो अपने ज्ञान-चक्षु खोलो मित्रों, 'कल्कि' अवतार हो चुका है।
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