समर्पित है मेरी यह कविता, CRPF के उन वीर जवानों को जो पुलवामा (कश्मीर) में कुछ गद्दारों व आतंककारियों के कुचक्र की चपेट में आकर काल-कवलित हो गये , जो चले गए यह कसक लेकर कि काश, जाने से पहले दस गुना पापियों को ऊपर पहुँचा पाते ! 'मेरे आँगन में धूप नहीं आती...' मेरे आँगन के छोटे-बड़े पौधे जिन्हें लगाया है पल्लवित किया है मेरे परिवार ने, बड़े जतन से, ...